ईद की तरह बकरीद पर भी नहीं हो सकेगी सामूहिक नमाज, घर पर ही अता करें नमाज

भरतपुर. देशभर में बकरीद एक अगस्त को मनाई जाएगी। ईद उल फितर की तरह ईद उल अजहा भी उसी सादगी से साथ मनाई जाएगी। आम लोगों के लिए मस्जिद के दरवाजे बंद रहेंगे। सामूहिक नमाज अता करने की मंजूरी नहीं दी गई है। सुबह घर पर ही रहकर लोगों को नमाज पढऩा होगा। कोई भी बड़ा आयोजन नहीं होगा। घरों में कुर्बानी के दौरान भी लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ साफ-सफाई और नियमों का पालन करने सलाह दी गई है। बकरीद को लेकर शुक्रवार को बाजार में भीड़ नजर आई। मुस्लिम समाज की महिलाओं ने खरीदारी की।

जानिए... आखिर क्या है ईद उल अजहा (बकरीद) पर्व

ईद-उल-अजहा यानी कुर्बानी की ईद। इस्लाम धर्म में इस ईद का काफी बड़ा महत्व है। इसे काफी पवित्र और नेक कार्य भी माना जाता है। बताते हैं कि ईद उल अजहा के करीब 70 दिन बाद यह ईद मनाया जाता है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार नबी हजरत इब्राहिम (अ.स.) इसी दिन खुदा के हुक्म पर अपने प्यारे बेटे हजरत इस्माइल (अ.स) को खुदा की राह में कुर्बान करने जा रहे थे। अल्लाह के आदेश को मान कर उन्होंने बेटे की कुर्बानी करनी चाही, लेकिन तब अल्लाह ने आसमान से एक दूसरा वन्यप्राणी भेजकर उनके बेटे को जीवनदान दिया। इसी याद में यह पर्व मनाया जाता है। कुरान शरीफ में भी लिखा है... हमने तुम्हें हौज-ए-कौसर दिया तो तुम अल्लाह के लिए नमाज पढ़ो व कुर्बानी करो।

रक्षाबंधन व ईदुलजुहा को लेकर दिए आदेश

जिला मजिस्ट्रेट नथमल डिडेल ने आदेश जारी कर कोविड-19 वैश्विक महामारी के बढ़ते प्रकोप एवं ईदुलजुहा एवं रक्षाबंधन के पर्वों को मद्देनजर रखते हुए समस्त उपखण्ड मजिस्ट्रेटों को कार्यपालक दण्डनायकीय कर्तव्यों की पालना करने के निर्देश दिए हैं। जारी आदेशों के तहत समस्त उपखण्ड मजिस्ट्रेटों को उनके क्षेत्राधीन अतिसंवेदनशील, संवेदनशील एवं मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों तथा बाजारों में विशेष सतर्कता एवं निगरानी रखकर साम्प्रदायिक सद्भाव एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए हैं तथा कोविड-19 महामारी के कारण केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से समय-समय पर जारी गाइडलाइनों में सामूहिक धार्मिक कार्यक्रम, नमाज, शोभायात्रा, जुलूस एवं रैली आदि कार्यक्रमों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा होने के कारण दोनों समुदायों के लोगों से अपने-अपने घरों में पर्व मनाए जाने का भी आह्वान किया है। आदेशों के तहत उपखण्ड मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्रों में संबंधित पुलिस अधिकारियों से सम्पर्क एवं समन्वय बनाए रखते हुए कानून व्यवस्था पर कड़ा नियंत्रण रखेंगे तथा जिले के सभी संबंधित अधिकारियों को उनकी पूव अनुमति के बिना अपना मुख्यालय नहीं छोडऩे के भी निर्देश दिए गए हैं साथ ही समस्त तहसीलदार अपने उपखण्ड मजिस्ट्रेटों के निर्देशन में कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करेंगे।



source https://www.patrika.com/bharatpur-news/offer-prayers-at-home-6309267/

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