सिमको की जमीन को फ्री होल्ड कराने व हड़पने की बात सिर्फ एक गिरोह का भ्रम

भरतपुर. पिछले करीब पांच महीने से सिमको वैगन फैक्ट्री प्रकरण को लेकर विवाद हो रहा है। सिमको बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का आरोप है कि सिमको प्रबंधन जमीन को हड़पने के लिए क्वार्टर व स्कूल भवन में तोडफ़ोड़ कर चुका है। खेल मैदान को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। हाल में ही भाजपा ने भी सिमको विवाद में एंट्री की है। हालांकि भाजपा की एंट्री इस विवाद में अचानक हुई है। मामला लंबे समय से विवादों में है। ऐसे में शहर की जनता भी इस प्रकरण को लेकर असमंजस में है कि आखिर होना क्या है, क्योंकि एक पक्ष यह है कि सिमको प्रबंधन आरोपों का जबाव देने के लिए अभी तक आगे नहीं आया है, जबकि दूसरा पक्ष दस्तावेजों का दावा कर सवाल उठा रहा है। ऐसे में जब तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग से पत्रिका ने इस प्रकरण पर बात की तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह एक गिरोह है, जो कि भ्रम फैलाने का काम कर रहा है। आगामी समय में इन्हें जबाव मिल जाएगा। क्योंकि सिमको को आवंटित जमीन कभी खुर्दबुर्द नहीं हो सकती है। चूंकि उसे उद्योग के रूप में ही उपयोग किया जा सकता है। ऐसे में यह भ्रम फैलाना सिर्फ एक गिरोह की साजिश का नतीजा है।

Q. क्या सिमको प्रबंधन फैक्ट्री बंद कर चुका है?

-कोई भी उद्योगपति इकाई या नया प्रोजेक्ट तभी लगाता है जब उसे वहां पर सकारात्मक माहौल मिलता है। मुझे हाल में ही पता चला है कि सिमको प्रबंधन ने सीएम को पत्र लिखा है, इसमें कहा है कि वे डिफेंस के इक्यूपमेंट्स से संबंधित किसी बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। यह प्रोजेक्ट भरतपुर की फैक्ट्री में ही लगाया जाएगा।

Q. भाजपा की प्रकरण में अचानक एंट्री हुई है?

-आश्चर्य है कि जिस पार्टी के नेता ने वर्ष 2008 में सिमको प्रबंधन के साथ श्रमिकों का समझौता कराने में भूमिका निभाई गई थी। वह पार्टी 2013 में खुद की सरकार बनने के बाद भी क्यों शांत रही। अब अचानक व्यर्थ का हल्ला कर साजिश की जा रही है।

Q. डिफेंस का प्रोजेक्ट कब तक आएगा?

-समस्याएं तब ही सुलझ पाएंगी, जब उन्हें सकारात्मक माहौल दिया जाएगा। सिमको को हमें समझना होगा। अभी सीएम को उन्होंने पत्र लिखा है। अगर कुछ नया होता है तो वो भरतपुर की जनता के लिए ही होगा।

Q. जिले में बेरोजगारी की समस्या लंबे समय से है?

-रीको इंडस्ट्रीयल एरिया का पुराना हिस्सा है, मेरा तो यह आग्रह है कि जिन इकाईयों पर काम नहीं हो रहा है, उनकी जमीन पर नए उद्योगपतियों को मौका दिया जाए। अथवा उनसे जमीन वापस ली जाए। भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में औद्योगिक परपज से जगह नहीं है। नगर में १५० बीघा भूमि पर औद्योगिक एरिया विकसित करने की बात है। रीको ने प्रस्ताव भी भिजवाए हैं। भरतपुर व नदबई में भी इंडस्ट्रीयल एरिया चुना जाएगा।

Q. सिमको विवाद में आपका नाम क्यों लिया जा रहा?

-यह विरोधियों एवं एक गिरोह की साजिश है। भरतपुर की जनता को मानना होगा कि जनता ने जिस विश्वास के साथ मुझे चुना है, कहीं भी किसी स्तर पर किसी उद्योगपति या ठेकेदार के साथ कोई मिलीभगत नहीं होगी। पूरी ईमानदारी और विकास की सोच के साथ काम करता रहूंगा। भ्रम फैलाया जा रहा है कि सिमको को आवंटित जमीन को फ्री होल्ड कराकर आवासीय रूपांतरण कराकर भूखंड बेचने की तैयारी की जा रही है। यह साजिश के तहत किया जा रहा है। कोई भी यूनिट इंडस्ट्री परपज से ही काम करेगी। मैं दुबारा एक बात कहना चाहूंगा कि जब तक विधायक हूं, नए इन्वेस्टमेंट हों यहां।



source https://www.patrika.com/bharatpur-news/the-confusion-of-the-robbery-is-just-a-gang-6430797/

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