अब आयुक्त व पार्षद के बीच का विवाद थाने तक पहुंचा

भरतपुर. एक बार फिर नगर निगम में बड़ा विवाद सामने आया है। बुधवार को आयुक्त नीलिमा तक्षक व वार्ड नंबर 37 के पार्षद नरेश जाटव के बीच विवाद हो गया। दोनों की ओर से मथुरा गेट थाने में तहरीर भेजी गई है। प्रकरण की जानकारी स्वायत्त शासन विभाग को भी दी गई है। मामले को लेकर कुछ पार्षद भी मथुरा गेट थाने पहुंचे, जहां मामला दर्ज नहीं करने पर विरोध व्यक्त किया। जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर पार्षद नरेश जाटव व उनके साथ कुछ पार्षद मथुरा गेट थाने पहुंचे। जहां एसएचओ को घटना के संबंध में जानकारी दी। इससे पहले सूचना एसपी डॉ. अमनदीप सिंह कपूर को भी दी गई है। काफी देर तक घटनाक्रम की जानकारी लेने के बाद पुलिस ने लिखित में परिवाद लिया। जब पार्षद ने एफआइआर की प्रति मांगी तो पुलिस ने नियमानुसार जांच के बाद ही मुकदमा दर्ज करने की बात कही। इसको लेकर मौके पर ही मौजूद पार्षदों ने विरोध व्यक्त किया। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही आयुक्त नीलिमा तक्षक ने भी राजकार्य में बाधा का आरोप लगाते हुए मथुरा गेट थाने में परिवाद भेज दिया। उस परिवाद को भी फिलहाल जांच में रखा गया है।

पार्षद ने परिवाद में यह लिखा...

वार्ड नंबर 37 के पार्षद नरेश जाटव ने मथुरा गेट एसएचओ को दिए परिवाद में लिखा है कि 21 अक्टूबर को वह नियमित प्रक्रिया के चलते वार्ड के कार्यों के लिए नगर निगम आयुक्त नीलिमा तक्षक के पास पहुंचा एवं वार्ड में हो रहे कार्यों की चर्चा की ही थी कि इतने में वह कुर्सी से खड़ी हो गई। मुझसे अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए बोली कि तुम दलाल हो और जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। तुम्हारा कोई कार्य नहीं करूंगी। ये सारा वाक्या मेरे साथ खड़े सुधांशु गौड़ पुत्र अजय कुमार शर्मा, यकीन गौरावर पुत्र स्व. मोहन गौरावर के सामने हुआ।

आयुक्त ने परिवाद में यह लिखा

आयुक्त नीलिमा तक्षक ने एसएचओ को भेजे परिवाद में लिखा है कि संवेदक मैसर्स कृष्णा कंस्ट्रक्शन को नगर निगम की ओर से वार्ड नंबर 37 कोतवाली चौराहा से वासन गेट होते हुए गम्मन वकील के मकानतक एवं बड़ा मोहल्ला में नाली निर्मण कार्य का कार्य आदेश तीन जुलाई 2020 एवं कार्य पूण करने की तिथि 17 अक्टूबर 2020 दी। उक्त कार्य अवधि समाप्त होने के बाद भी कार्य शुरू नहीं हुआ तो दो नोटिस जारी किए। ऐसे में दो प्रतिशत अमानत राशि जब्त करते हुए संवेदक को आगामी एक वर्ष के लिए वंचित किया गया। इसी आदेश से बौखलाकर नरेश कुमार जाटव पार्षद वार्ड नंबर 37, यकीन गौरावर पुत्र स्वॅ. मोहन गौरावर निवासी नमक कटरा, सुधांशु गौड़ पुत्र अजय कुमार शर्मा 21 अक्टूबर को दोपहर करीब 12 बजे कार्यालय में मेरे चैंबर में जबरदस्ती घुस आए और बदतमीजी से बात करनेलगे और मेज को जोर-जोर से थपथपाने लगे तथा कहा कि आपने गलत आदेश पास किया है। मेज पर रखे सरकारी दस्तावेजों को फाड़कर फेंक दिया। नरेश जाटव ने पैन को तोड़ दिया व राजकार्य में बाधा डाली।

बढ़ता जा रहा शहरी सरकार में विवाद

नगर निगम में पिछले माह महीनों से जिस तरह विवाद हो रहे हैं। उसको लेकर अभी तक किसी ने भी निराकरण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। हकीकत यह है कि मेयर व आयुक्त के बीच भी विवाद की बात नई नहीं है, लेकिन इस विवाद के कारण शहर के विकास कार्यों को लेकर प्रोजेक्ट के बारे में भी किसी की सोच नहीं बन पा रही है। अगर ऐसे ही रहा तो आगामी और कुछ माह भी इसी विवाद में गुजर जाएंगे। ऐसे में अब पार्षद व आयुक्त के बीच विवाद होना भी बड़ी बात है। चूंकि अभी तक नगर निगम की सिर्फ दो बैठक हुई हैं। अगर इस मामले को लेकर विवाद बढ़ता है तो नगर निगम की बैठक करना भी मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में अब आवश्यक है कि विवादों के बजाय जिम्मेदारों को शहर की सुध लेनी चाहिए।

-पार्षद नरेश जाटव व नगर निगम आयुक्त नीलिमा तक्षक की ओर से परिवाद पेश किए गए हैं। इनकी जांच की जा रही है। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
लक्ष्मण सिंह
एसएचओ थाना मथुरा गेट



source https://www.patrika.com/bharatpur-news/dispute-between-commissioner-and-councilor-reached-the-police-station-6474572/

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