कृष्णा नगर में आधा दर्जन मकानों की रैकी कर एक में घुसे बदमाश, जगार होने पर भागे
भरतपुर. शहर में पुलिस की गश्त व्यवस्था कितनी मजबूत है इस बात का अंदाजा बुधवार रात करीब सवा 11 बजे शहर के पॉश इलाके कृष्णा नगर कॉलोनी में चोरी का प्रयास करने की वारदात से लगाया जा सकता है। सूचना के करीब आधा घंटे बाद मथुरा गेट थाना पुलिस मौके पर पहुंची। बदमाश एक मकान में घुसे थे, जबकि आधा दर्जन से अधिक मकानों की रैकी कर चुके थे। पड़ोसियों के जागने व सर्विलांस इंजीनियर प्रितेश गर्ग की हिम्मत देखकर बदमाश भागने में सफल हो गए। घटना के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं। इसमें साफ तौर पर बदमाश रैकी करते दिखाई दे रहे हैं। प्रकरण को लेकर कृष्णा नगर निवासी विनोद सिंह ने मथुरा गेट थाने में तहरीर भी पेश की है।
जानकारी के अनुसार रात करीब साढ़े 11 बजे कृष्णा नगर कॉलोनी में मकान नंबर 9 ए के सामने आकर बाइक सवार दो युवक आकर रुके। जिनकी उम्र 25 से 30 वर्ष थी। इनमें से एक युवक मकान के अंदर घुसा, लेकिन अचानक जगार होने के कारण वापस आ गया। इस दौरान प्रितेश गर्ग ने जब उनको टोका तो युवकों ने पानी मांगा। ऐसे में गर्ग डंडा लेकर आए तो बाइक सवार युवक भागने में सफल हो गए। इस मकान के अलावा बाइक सवार दोनों युवक आधा दर्जन मकानों की रैकी कर चुके थे। इससे पहले एक साइकिल सवार भी निकला था। घटना की सूचना उसी समय पुलिस नियंत्रण कक्ष को दी गई। जहां से तुरंत सूचना संबंधित थाने को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके बाद सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। इसमें सामने आया कि बाइक सवार युवकों के आने से पहले एक साइकिल सवार भी निकला था। संभावना है कि ये अलग-अलग समूह में रैकी कर रहे थे। कुछ लोगों ने पुलिस के देरी से पहुंचने पर भी नाराजगी व्यक्त की।
स्ट्रीट लाइट बंद होने का फायदा उठा रहे बदमाश
शहर में जिन कॉलोनियों में अंधेरा रहता है या स्ट्रीट लाइट बंद रहती है, उन इलाकों में चोरी की संभावना बनी रहती है। कृष्णा नगर कॉलोनी में भी पिछले दो दिन से स्ट्रीट लाइट बंद होने के कारण अंधेरा रहता है। दो दिन पहले ही स्ट्रीट लाइट को चालू कराया गया था, लेकिन वह फिर बंद हो गई। ऐसे में लोगों ने आशंका व्यक्त करते हुए बताया कि हो सकता है कि बदमाशों ने यह मालूम हो कि स्ट्रीट लाइट कैसे बंद होती है। इसी का फायदा बदमाश उठा रहे हों। वहीं कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट आए दिन बंद रहती है। इस बारे में पार्षद से भी शिकायत की गई है। पार्षद ने ही दो दिन पहले इसे सही कराया था, लेकिन फिर बंद हो गई।
गेट बंद कॉलोनी में ऐसा हाल...
शहर में नगर निगम की ओर से कुछ वर्ष पहले गेटबंद कॉलोनी की योजना बनाई गई थी, लेकिन यह योजना रसूख के दबाव व लापरवाही के चलते लाखों रुपए व्यय करने के बाद भी फेल होकर रह गई। कृष्णा नगर में भी चार स्थानों पर गेट लग चुके हैं और पांचवा गेट लगना बाकी है। अभी तक गेट बंद करने को लेकर कोई योजना तक नहीं बन सकी है। सवाल यह उठता है कि जब गेट लग चुके हैं तो गेटबंद कॉलोनी की थीम को साकार क्यों नहीं किया जा रहा है। अगर गेटबंद कॉलोनी नहीं बनानी थी तो फिर गेट लगाने पर लाखों रुपए का व्यय क्यों किया गया।
source https://www.patrika.com/bharatpur-news/the-miscreants-entered-the-houses-by-racking-ran-away-on-being-jagars-6527490/
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