निगम ने माना बिल्डिंग असुरक्षित, नहीं हटाया निर्माण तो खुद निगम करेगा कार्रवाई

भरतपुर. शहर के सर्राफा बाजार स्थित तिमंजिला इमारत के मामले में अब नगर निगम ने दुकानों के असल मालिकों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह का समय दिया था। इस अवधि में अगर निर्माण हटा लिया जाता है तो ठीक है, वरना उसके बाद नगर निगम का दस्ता निर्माण हटाएगा। उसका खर्चा भी मालिकों से वसूल किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 16 दिसंबर की शाम दाल व सर्राफा बाजार के बीच एक पुरानी इमारत में तिमंजिला का कार्य चल रहा था। शाम के समय अचानक ईंट का एक पिलर जा गिरा, जो बाजार से निकल रहे रूपवास निवासी साबिल (18) व इरफान (15) जा गिरा। हादसे में साबिल गंभीर रूप से घायल हो गया। पिलर उसके ऊपर गिरने से वह सड़क पर गिर गया। हालांकि अब उसे अस्पताल से भी छुट्टी मिल चुकी है और वह स्वस्थ है। नगर निगम के अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट में माना था कि जिस स्ट्रक्चर पर बिल्डिंग बनी हुई है, वह 150 साल पुरानी है। ऐसे में बिल्डिंग मालिक को तीन दिन में स्ट्रक्चर हटाने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद मालिक की अनुमति के बिना उनके कथित पार्टनरों ने नगर निगम में निर्माण की स्वीकृति के लिए आवेदन कर दिया था।
जानकारी के अनुसार जिस दुकान के मालिक दाऊदयाल दाल वाले के नाम से नोटिस जारी किया था। जबकि दाऊदयाल ने नोटिस मिलने की बात से ही इंकार कर दिया था। अब खुद दाऊदयाल ने नगर निगम की आयुक्त को बताया है कि जिस भूखंड पर 150 वर्ष पुराना निर्माण बताकर हटाने की बात कही जा रही है। उसमें करीब 125 वर्गफुट उनका है। बाकी करीब 300-325 वर्गफुट कमलकांत की है। ग्राउंड फ्लोर में तीन दुकानें है, प्रथम फ्लोर पर दुकान बनाने के बाद सेकंड फ्लोर बना रहे थे। उसी का पिलर गिरा है। उन्होंने बताया कि संबंधित स्थान को बेचने का सिर्फ सौदा हुआ था। उससे पहले ही बना लिया। कारनामों की नकल नगर निगम से ले रहा हूं। उसके बाद एफआइआर दर्ज कराएंगे। वकीलों से सलाह ली जाएगी।

शहर में दर्जनों भवन 100 साल से भी ज्यादा पुराने

शहर में दर्जनों भवन 100 से 150 साल पुराने हैं, लेकिन अभी तक नगर निगम या संबंधित विभाग का ध्यान इनकी ओर नहीं गया है। कोतवाली थाने का आवास भी क्षतिग्रस्त है। इसके अलावा कितने ही भवनों की हालत खराब हो चुकी है, परंतु आज तक इनको लेकर कोई कार्रवाई अमल नहीं लाई गई है। जबकि इनसे हादसे की आशंका बनी हुई है।

-संबंधित को नोटिस जारी कर दिया गया है। निर्धारित अवधि में निर्माण नहीं हटाया गया तो निगम के स्तर पर हटाया जाएगा। बाकी नीचे की बिल्डिंग को खाली कराने के कह दिया है। क्योंकि बिल्डिंग करीब 150 साल पुरानी है। अगर का निर्माण हटाते समय नीचे की बिल्डिंग के गिरने का भी खतरा है। इसलिए सुरक्षा को देखते हुए ऐसा किया गया है।

नीलिमा तक्षक
आयुक्त नगर निगम



source https://www.patrika.com/bharatpur-news/corporation-itself-will-take-action-6591272/

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