अवैध रिश्ता ही बन गया मौत का कारण...अभी तक नहीं लगा सुराग

भरतपुर. शहर के नीम द गेट इलाके में श्रीराम हॉस्पिटल के मालिक डॉ. सुदीप गुप्ता व पत्नी डॉ. सीमा गुप्ता की शुक्रवार शाम करीब पांच बजे गाड़ी रोककर बाइक पर आए बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी। दोनों पर पिस्टल से पांच राउंड फायर करने के बाद बदमाश ने हवा में दो फायर किए। घटना के बाद बाइक सवार दोनों बदमाश चौराहों पर नाकाबंदी के बाद भी भागने में सफल हो गए। पुलिस ने गोली मारने वाले बदमाश की पहचान नीम द गेट निवासी अनुज गुर्जर व धौलपुर निवासी महेश कसाना के रूप में की है। सात नवंबर 2019 को मृतक डॉ. सुदीप गुप्ता के सूर्या सिटी स्थित मकान में जिस प्रेमिका दीपा व उसके आठ वर्षीय बेटे शौर्य की जलने से मौत हुई थी, मुख्य आरोपी अनुज उसी मृतका का सगा भाई है। प्रेमिका की हत्या केस में मृतक डॉक्टर दंपती व उनकी मां जेल में थे, जो कि कुछ माह पहले ही जमानत पर बाहर आए थे। बताते हैं कि मृतका दीपा गुर्जर के पति से अलगाव के बाद वह भरतपुर आ गई थी। करीब चार पांच साल पहले 2015-16 में दीपा ने यहां डॉक्टर सीमा गुप्ता की ओर से संचालित श्रीराम हॉस्पिटल में बतौर रिसेप्शिनिस्ट नौकरी करना शुरू कर दिया। इसी दौरान डॉ. सीमा के पति डॉ. सुदीप और रिसेप्शनिस्ट सीमा मुलाकात हुई। उनके बीच नजदीकियां बढने लगी। इन संबंधों की भनक डॉ. सीमा को लगी तो अवैध प्रेम संबंधों का संदेह होने पर डॉ सीमा ने दीपा को नौकरी से निकाल दिया था। सीमा ने दीपा को हिदायत भी दी थी कि वह उनके पति डॉ. सुदीप से दूर रहे। उनसे मेल मिलाप नहीं रखे। लेकिन फिर भी डॉ. सुदीप व दीपा की मुलाकात जारी रही। अंत में पहले दीपा और उसके बेटे की मौत हुई और अब डॉक्टर दंपती की मौत हो गई। मतलब अवैध रिश्ता ही काल का कारण बन गया। वहीं दूसरी ओर पुलिस के हाथ अभी तक कुछ भी सफलता नहीं लग सकी है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम करीब पांच रोज की तरह फिजिशियन डॉ. सुदीप गुप्ता व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सीमा गुप्ता निजी हॉस्पिटल से गाड़ी लेकर हीरादास बस स्टैंड की ओर घूमने के लिए जा रहे थे। अचानक कुछ दूरी पर पहुंचते ही नीम द गेट के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने गाड़ी को रोका। बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने उनकी गाड़ी के पास पहुंचते ही सबसे पहले डॉ. सुदीप गुप्ता कनपटी पर गोली मारी। इसके बाद करीब तीन गोली डॉ. सीमा गुप्ता को मारी। फिर वहां से निकल रहे वाहनचालकों को डराने के लिए हवा में दो फायर करते हुए भाग निकले। बाइक भी गोली मारने वाले बदमाश धक्का देकर चालू कराई। घटना से वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। अटलबंध थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की गाड़ी को चलाकर पुलिसकर्मी दोनों को आरबीएम अस्पताल पहुंची। जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। सीओ सिटी सतीश वर्मा, जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई, एडिशनल एसपी वंदिता राणा, एसडीएम दामोदर गुर्जर ने घटना की जानकारी ली। सुरक्षा को देखते हुए मृतक डॉक्टर दंपती के आवास पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।

प्रेमिका ही बनी दोनों की मौत की वजह

करीब डेढ़ साल पहले डॉ. सुदीप गुप्ता की प्रेमिका दीपा व उसके आठ वर्षीय बेटे शौर्य की उनके ही सूर्या सिटी आवास में आग में जिंदा जलने से मौत हो गई थी। डॉक्टर ने उसे रहने के लिए विला दिया था। अवैध संबंधों का खुलासा होने पर उनकी पत्नी व मां विला पर पहुंचे थे। जहां स्प्रिट की बोतल पर्दों पर फेंकने से आग लग गई थी। इससे प्रेमिका व उसके बेटे की मौत हो गई थी। आठ नवंबर को कोतवाली थाना पुलिस ने मृतका दीपा व उसके बेटे शौर्य का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया था। इसके बाद दोनों शवों को दीपा के भाई अनुज को सौंप दिया था। दीपा की बहन राधा ने कोतवाली थाने में डॉ. सुदीप गुप्ता, उनकी पत्नी डॉ. सीमा व उनकी बुजुर्ग मां के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने पहले डॉ. सीमा व उनकी सास सुरेखा गुप्ता को गिरफ्तार किया था। इसके बाद डॉ. सुदीप गुप्ता को गिरफ्तार किया था।

कब जेल से कौन जमानत पर निकला

- प्रकरण में सबसे पहले डॉ.सुदीप गुप्ता की जमानत अप्रेल 2020 में हुई।

- डॉक्टर की मां सुरेखा गुप्ता की जमानत जून 2020 में हुई।

- डॉ. की पत्नी डॉ. सीमा गुप्ता की जमानत अगस्त 2020 में हुई

अब केस में क्या...

डॉ. की प्रेमिका व उसके बेटे के हत्या के प्रकरण में पुलिस पूर्व में चालान पेश कर चुकी थी, वर्तमान में कोर्ट में ट्रायल चल रहा था, अभी आरोप पत्र दाखिल हो गया था लेकिन गवाह पेश नहीं हुए थे।

सबसे पहले पत्रिका टीवी पर किया था खुलासा

सबसे पहले घटना के बाद राजस्थान पत्रिका ने इस केस में संदिग्ध का खुलासा किया था। साथ ही यह भी बताया था कि डॉक्टर दंपती को मृतक प्रेमिका दीपा के परिजनों की ओर से धमकी दी जा रही थी। बाद में मामला यही निकला।

घर से निकले तो कहा था...मां ध्यान रखना

जब डॉक्टर दंपती मंदिर के दर्शन के लिए निकल रहे थे तो मां ने कहा कि ध्यान रखना। बताते हैं कि डॉक्टर दंपती मरीजों की जांच के बाद शाम करीब पांच बजे सीधे ही दर्शन करने निकलने वाले थे, ऐसे में डॉक्टर सुदीप गुप्ता दूसरी मंजिल पर स्थित आवास पर गए तो मां से कहकर निकले कि मां ध्यान रखना हम दर्शन करने जा रहे हैं।

हादसे के बाद बदल गया था डॉक्टर का व्यवहार

प्रेमिका दीपा व उसके बेटे की मौत के बाद जेल में रहने पर डॉक्टर का व्यवहार बिल्कुल बदल गया था। वह अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता में रहते थे। निजी हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने बताया कि वह अक्सर बहुत कम बात करते थे, लेकिन परिवार की परवाह बहुत करते थे।


पिस्टल से सात राउंड फायर की पुष्टि

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बदमाश ने जिस पिस्टल से फायर किए हैं, उससे करीब सात राउंड फायर किए थे। इसमें 11 मैग्जीन लोड की जा सकती है।

बाइक नहीं लगी हाथ

पुलिस को हमलावरों की बाइक हाथ नहीं लगी है। हमलावर हत्या करने के बाद बाइक से भाग निकले थे। पुलिस बाइक की तलाश में जुटी है। थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि बाइक की तलाश के लिए टीम भेजी हैं।

महिला चिकित्सक की चल रही थी सांस

बताया जा रहा है कि घटना की सूचना पर थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा मय जाब्ते मौके पर पहुंचे। लेकिन उससे पहले ही डॉ.सुदीप गुप्ता दम तोड़ चुके थे जबकि उनकी पत्नी की सांस चल रही थी। पुलिस उन्हें दूसरे वाहन से लेकर अस्पताल पहुंची, लेकिन उससे पहले उनकी मौत हो गई।

हर दिन जाहरवीर मंदिर के दर्शन करने जाता था दंपती

डॉक्टर दंपती की दिनचर्या में शाम को हर दिन कुम्हेर गेट स्थित जाहरवीर मंदिर में दर्शन करना भी शामिल था। घटना वाले दिन भी वह दर्शन करने के लिए जा रहे थे। वह पिछले डेढ़ साल पूर्व हादसे के बाद जब जेल से जमानत पर आए थे तो दर्शन करने जाना दुबारा शुरू किया था। साथ ही डॉक्टर सुदीप गुप्ता ज्यादातर समय या तो हॉस्पिटल में मरीजों के उपचार या फिर परिजनों के साथ ही बिता रहे थे। वह अक्सर स्टाफ से कहा करते थे कि शायद इतना बुरा समय बाबा जाहरवीर किसी को न दिखाए। अब शांति से जिंदगी गुजारनी है।

डेढ़ साल पूर्व की घटना के बाद टूटा दुखों का पहाड़

डॉक्टर के परिवार पर डेढ़ साल पूर्व प्रेमिका व उसके बेटे की मौत के बाद से ही दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। जहां जेल में बार-बार मां की तबियत खराब होती रही तो कभी आवास से लाखों की चोरी तो हॉस्पिटल बंद होने से बड़ा आर्थिक नुकसान पड़ा। पिछले कुछ समय कभी धमकी तो कभी कुछ, यह क्रम लगातार चल रहा था।

फ्लैश बैक

-सात नवंबर 2019 को डॉ. सुदीप गुप्ता की प्रेमिका दीपा व शौर्य उसके ही सूर्या सिटी स्थित विला में आग में जिंदा जल गए थे। इस मामले में डॉक्टर, उनकी पत्नी व मां जेल जा चुके हैं।

-प्रेमिका दीपा मृतक डॉक्टर के निजी हॉस्पिटल में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी।

-एक नवंबर 2019 को सूर्या सिटी स्थित विला में प्रेमिका दीपा ने सैलून की ओपनिंग की थी। इसके निमंत्रण कार्ड में डॉक्टर सुदीप का नाम छपा था। इसकी जानकारी मिलने पर डॉ. सीमा को पता चला कि विला में बैंक मैनेजर नहीं बल्कि पिछले करीब नौ-दस माह से दीपा रह रही है। यही बात विवाद का कारण बन गई।

सरकार के बचाव मेंडॉ. सुभाष गर्ग बोले: कहां नहीं हो रहा क्राइम

राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग व एडीजीपी सुनील दत शनिवार दोपहर भरतपुर पहुंचे। जहां उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। साथ ही मृतक के परिजनों से भी मिले। उन्होंने कहा कि अपराध कहां नहीं हो रहा है। सिर्फ भरतपुर या राजस्थान में ही अपराध नहीं होता बल्कि उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में भी अपराध बढ़ता जा रहा है लेकिन हर गुनाह की सजा होती है और कानून अपराधियों को सजा देगा।



source https://www.patrika.com/bharatpur-news/illegal-relationship-has-become-the-reason-for-death-not-a-clue-ye-6869185/

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