बसपा प्रत्याशी का पर्चा निरस्त होने पर हंगामा, एसएचओ से मारपीट

भरतपुर/उच्चैन. नवगठित उच्चैन पंचायत समिति के चुनाव में मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे वार्ड नम्बर 13 से बसपा के प्रत्यासी शीशराम पुत्र भैरोंसिह गुर्जर निवासी अघापुर का निर्वाचन अधिकारी अखिलेश दीपल ने निरस्त कर दिया। इसको लेकर तहसील परिसर में हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रत्याशी सहित उसके समर्थकों को समझाने का काफी प्रयास किया गया लेकिन प्रत्याशी सहित उसके परिजनों ने पुलिस के साथ मारपीट कर दी। पुलिस ने प्रत्याशी को हिरासत में लिया है। नदबई सीओ अनूपसिंह यादव, लखनपुर थाना प्रभारी मय जाब्ता के पहुंचे।
थानाप्रभारी श्रवण पाठक ने बताया कि बसपा प्रत्याशी शीशराम अजमेर जेल में प्रहरी पद से बर्खास्त चल रहा था। जहां निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव नियमानुसर प्रत्याशी का आवेदन निरस्त कर दिया। इस पर प्रत्याशी सहित अन्य सात-आठ लोग तहसील परिसर में कहने लगे कि पुलिस ने हमारा आवेदन निरस्त कराया है। इस पर प्रत्याशी व उसकी पत्नी ने मारपीट करना शुरू कर दिया। थानाप्रभारी पाठक ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके साथ शीशराम ने मुक्कों से गर्दन में चोट पहुंचाई एवं उसके भाई बंशराम ने बैज एवं चश्मा छीन लिया एवं शीशराम की पत्नी विमलेश ने चप्पलों से मारपीट की गई। इधर, निर्वाचन अधिकारी अखलेश दीपक ने बताया कि वार्ड नम्बर 13 अघापुर पंचायत से बसपा प्रत्यासी शीशराम गुर्जर ने बसपा सहित एक निर्दलीय आवेदन जमा कराया था। जहां बसपा प्रत्याशी अजमेर जेल में सुरक्षा प्रहरी पद से बर्खास्त होने पर चुनाव प्रक्रिया के अनुसार दोनों आवेदन निरस्त कर दिए गए। इसके अलावा वार्ड नम्बर 13 से रामरूप को भाजपा का सिम्बल नहीं मिलने पर इसका भी आवेदन निरस्त कर दिया गया।

इधर, बसपा प्रदेशाध्यक्ष ने दर्ज कराया सिंबल चोरी का मामला

भरतपुर. बहुजन समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने जिला परिषद चुनाव के तहत तीन वार्डों में बहुजन समाज पार्टी के दो-दो प्रत्याशियों के नाम सामने आने पर षडयंत्र पूर्वक सिंबल चोरी कर जारी करने का आरोप लगाते हुए मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया है। बाबा ने बताया कि पार्टी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष के हस्ताक्षर से जिला परिषद भरतपुर में अलग-अलग वार्डों में सिंबल जारी किए गए हैं, लेकिन किसी ने षडयंत्र पूर्वक पार्टी के तीन सिंबल चुरा लिए और उन्हें दूसरे उम्मीदवारों को दे दिया। पार्टी की ओर से वार्ड नंबर 22 में गीता पत्नी शेर सिंह, वार्ड नंबर 31 में निधि पत्नी दयाराम और वार्ड नंबर 33 में रेखा गुर्जर पत्नी राजेश को सिंबल दिए गए हैं, लेकिन किसी व्यक्ति ने मौका देखकर पार्टी के तीन सिंबल चुरा लिया और उन्हें षडयंत्र पूर्वक वार्ड नंबर 22 में ममता पत्नी पुष्पेंद्र, वार्ड नंबर 31 में चंद्रवति पत्नी शिशुपाल और वार्ड नंबर 33 में अनीता पत्नी भरत सिंह को दे दिया।

जहां से विधायक का बेटा लड़ रहा, वहां टिकट पर विवाद

इस बार चुनाव में जनप्रतिनिधियों के रसूख का दबाव भी खुलेआम जगजाहिर हो रहा है। ऐसे ही एक मामला जिला परिषद सदस्य के वार्ड संख्या एक व वार्ड संख्या 36 का है। जहां टिकटों के आधार पर कांग्रेस की महिला ओबीसी सीट वार्ड नम्बर 36 पर रिजवान पुत्री अकबर खान निवासी जोधपुर व वार्ड नंबर एक पर इलामुलहसन पुत्र अकबर खान जोधपुर निवासी ने कांग्रेस के सिंबल पर अपने नामांकन दाखिल किए थे। इसको लेकर विवाद हुआ। क्योंकि जांच के दौरान इन दोनों के आवेदन निरस्त कर दिए गए। इसके अलावा अकबर खां ने स्वयं का आवेदन पहाड़ी पंचायत समिति के वार्ड 22 के सदस्य पद के लिए किया। बताते हैं कि इसका सिंबल एक विधायक के पास था, लेकिन वहां से सिंबल ही नहीं आया। जबकि वार्ड 22 से ही विधायक जाहिदा खान का बेटा चुनाव लड़ रहा है। अकबर ने पंचायत समिति क्षेत्र में जाहिदा खान के बेटे का नाम मतदाता सूची में जुड़वाने को लेकर उसे गलत बताते हुए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। इसमे सुनवाई चल रही है। इधर, पहाड़ी एसडीएम ने अकबर का भी आवेदन निरस्त कर दिया है।



source https://www.patrika.com/bharatpur-news/uproar-over-cancellation-of-form-assault-on-sho-7015721/

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