पंचायत का शर्मनाक निर्णय...मृत्युभोज में शामिल नहीं होने पर हुक्का-पानी बंद, 21 हजार रुपए जुर्माना

भरतपुर. कामां तहसील क्षेत्र के गांव नौनेरा में एक परिवार का हुक्का पानी बंद व 21 हजार रुपए जुर्माना करने का मामला प्रकाश में आया है। वहीं, पीडि़त परिवार ने संभगीय आयुक्त व उपखण्ड अधिकारी सहित जुरहरा थाना प्रभारी को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की है। इधर, स्थानीय प्रशासन ने इस मामले को झूठा बताया है।
गांव नौनेरा निवासी मोहन पुत्र कुवर सैन जाट ने शिकायत पत्र में बताया कि गत 15 अप्रेल को गांव नौनेरा निवासी जीतराम पुद्ध रामजीलाल जाट का निधन हो गया था। गत 20 अप्रेल को जीतराम के घर पर मृत्यु भोज का आयोजन करवाने के लिए गांव के श्यामचरण गौतम ने गांव के ग्रामीणों की एकत्रित कर किया। जिसमें मृतक जीतराम के पुत्रों ने कहा कि गांव के मोहन पुत्र कुवर सैन जाट व उसका परिवार हमारे मृत्यु भोज में शामिल नहीं हो रहा है। उनको कैसे भी करके राजी किया जाए। इसके बाद 20 अप्रेल की सांय को गांव के श्यामचरण गौतम अपने साथ के ही लोगों को लेकर आया। मृत्यु भोज में शामिल होने की बात कही। जिसपर उन्होंने मृत्यु भोज में शामिल नहीं होने के साथ साथ प्रशासन से मृत्यु भोज की शिकायत करने की बात कहीं। इसी बात पर मारपीट हो गई। इसको लेकर 21 अप्रेल को गांव के ही चौपाल पर पूरे गांव को एकत्रित कर पंचायत आयोजित की। इसमें निर्णय लिया कि मोहन पुत्र कुंवर सैन जाट व उसके परिजनों को गांव बाहर करने की व हुक्का पानी बंद करने की बात कर 21 हजार रुपए का आर्थिक दण्ड किया गया। जिसपर पीडि़त मोहन पुत्र कुवर सैन जाट ने संभागीय आयुक्त व उपखण्ड अधिकारी सहित जुरहरा थाना प्रभारी को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की है।

मेवात में कई मामले आ चुके सामने

मेवात इलाके में खाप पंचायत के कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं, लेकिन हकीकत यह है कि रसूख के दबाव में पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। यही कारण है कि ऐसी पंचायतों के निर्णय थम नहीं रहे हैं। हकीकत यह है कि करीब दो साल पूर्व एक प्रकरण में तो पीडि़त पक्ष को न्यायालय का सहारा लेना पड़ा था, तब जाकर पीडि़त पक्ष को राहत मिल पाई थी।

वर्ष 2018 में भी हुआ था बड़ा विवाद

एक अगस्त 2018 को मेवात इलाके की एक महापंचायत ने एक गांव के खिलाफ तुगलकी फरमान सुनाया था। पथवारी गांव में एक लड़की को भगाने के मामले में बुलाई गई 40 गांवों की इस महापंचायत में गांवड़ी गांव की बिजली सप्लाई काटने और रास्ते बंद करने का फैसला सुनाया गया था। हालांकि जुरहरा थाना पुलिस ने इस मामले में महापंचायत में शामिल पंच-पटेलों सहित 300 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था। परंतु कार्रवाई कुछ नहीं हो सकी थी।

इनका कहना है

- इस मामले की जांच कराई गई है। जिसमें मोहन व श्यामचरण गौतम में मारपीट होना गया। जिसमें गौतम के चोटें भी आई है। हुक्कापानी बंद करने जैसा कोई मामला नहीं है।

- दिनेश शर्मा उपखण्ड अधिकारी कामां

- पीडि़त ने जुरहरा थाने पर शिकायत दी है। जिसकी जांच कराई जा रही है। हुक्का पानी बंद करने का मामला अभी कोई सामने नहीं आया है।

- संतोष शर्मा, थाना प्रभारी जुरहरा



source https://www.patrika.com/bharatpur-news/hookah-water-stopped-for-not-attending-the-funeral-7500309/

Comments

Popular posts from this blog

...कैबीनेट मंत्री की फर्जी डिजायर से भरतपुर की राजनीति में बड़ा भूचाल

हवा भरने वाले कम्प्रेशर में ऐसा ब्लास्ट, करीब 60 फीट दूर जाकर गिरा दुकानदार, मौत

भाजपा की नैया पार लगाने को तैयार किए जाएंगे पन्ना प्रमुख