घोंट दिए खुद के अरमान, ताकि सलामत रहे आपकी जान
भरतपुर . कोरोना महामारी ने हर किसी की खुशी को काफूर कर दिया, लेकिन धरती के भगवान देश की मुस्कान को बचाए रखने के लिए योद्धा की तरह लड़े। इसी का नतीजा है कि हम कोरोना को पटकनी देने में बहुत हद तक कामयाब रहे हैं। डॉक्टर्स की दिलेरी की वजह से अब हम जीत की ओर अग्रसर हैं। 'अपनोंÓ से दूर रहकर खुद के अरमानों का गला घोंटकर हमारे डॉक्टर योद्धा जनता की जान की सलामती के लिए दिन-रात जुटे रहे। इस सबके सुखद परिणाम सामने हैं। पत्रिका ने डॉक्टर्स-डे की पूर्व संध्या पर खतरे के बीच रहकर लोगों की जान बचाने वाले कुछ चिकित्सकों की दिनचर्या जानी तो इनकी सेवा का नया रूप निकलकर सामने आया। सेवा के जज्बे ने निकाल दिया डर कोरोना काल के शुरुआत क्षण डरावने थे। शुरुआती दिनों में परिवार को लेकर चिंता भी हुई, लेकिन हजारों लोगों की जान बचाने का भार कंधों पर था। ऐसे में डर को भगाना ही लाजिमी समझा। अंतत: डर के आगे जीत होती है। हम यह जंग जीतने में कामयाब हुए हैं। लंबे समय तक किट में रहने के कारण कई-कई घंटे लघुशंका भी नहीं जा पाते थे। किट में हवा नहीं लगने के कारण उसी में पसीने से लथपथ रहते थे, लेकिन मन में एक ही ध